मानसून के विदा होने के कारण फिलहाल उत्तराखंड में बारिश से कोई राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य में एक बार फिर मौसम बदलेगा.आपको बता दें कि पूर्वानुमान है कि 26 सितंबर तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। जिसके चलते पहाड़ों से लेकर मैदान तक मूसलाधार बारिश जारी है।
पहाड़ों पर यात्रा करने वालो को यात्रा रोकने की चेतावनी
अनुमान लगाया जा रहा है कि शनिवार को राज्य के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. देहरादून, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, उधम सिंह नगर, पिथौरागढ, चमोली, पौडी, अल्मोडा और उत्तरकाशी जिलों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों में एक से तीन दौर की भारी बारिश हो सकती है। आज भी इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो रही है। फिलहाल राहत की कोई संभावना नहीं है। भारी बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो सकती हैं। इन इलाकों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ सकता है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इन दिनों उत्तराखंड में मौसम पल-पल बदल रहा है, इसलिए अगर आप यात्रा पर जा रहे हैं तो मौसम की जानकारी लेकर ही निकले।
अधिकारी की ओर से सलाह दी जा रही है कि खराब मौसम में लोगों को जितना हो सके पहाड़ी इलाकों की यात्रा करने से बचना चाहिए। उत्तराखंड में इस बार मॉनसून देर से आया है, इसलिए अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते में मॉनसून की विदाई की भी उम्मीद है। भारी बारिश से प्रदेश में करोड़ों का नुकसान हुआ है।
मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि चमोली, बागेश्वर, देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। 29 सितंबर तक सभी जिलों में भारी बारिश हो सकती है। बता दें कि इस बार मानसून पहले भी उत्तराखंड में कहर बरपा चुका है। इस मानसून सीजन के आंकड़ों पर नजर डालें तो इसकी शुरुआत थोड़ी धीमी रही।