पहाड़ के विद्यार्थियों को “पढ़ने-लिखने” में बढ़ावा देने के लिए समाज में “किताब कौथिक” अभियान चलाया जा रहा है और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे पहले टनकपुर, बैजनाथ, चंपावत, पिथौरागढ़ और द्वाराहाट में किताब कौथिक का आयोजन किया जा चुका है। अब 5, 6 और 7 अक्टूबर को नैनीताल जिले के भीमताल में तीन दिवसीय किताब कौथिक का आयोजन किया जा रहा है।
कौथिक में होगी 60 प्रकाशकों की लगभग 60,000 पुस्तकें
आज आयोजित सम्मेलन में संयोजक हेम पंत ने बताया कि प्रसिद्ध लेखक एवं विचारक प्रो. पुष्पेश पंत समेत देशभर से कई साहित्यकार, रंगकर्मी और मीडियाकर्मी किताब कौथिक के लिए भीमताल पहुंचेंगे। अभियान का आयोजन टीम कुमाऊंनी अभिलेखागार, क्रिएटिव उत्तराखंड द्वारा किया जा रहा है।
आयोजक दयाल पांडे ने बताया कि किताब कौथिक में 60 प्रकाशकों की लगभग 60,000 पुस्तकें, साहित्यिक परिचर्चा, पुस्तक विमोचन, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, विज्ञान कार्नर, दूरबीन से तारा अवलोकन, नेचर वॉक, बर्ड वॉचिंग, स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल और प्रसिद्ध लोगों से सीधी बातचीत लेखक. क्या होगा। इसके अलावा स्कूली बच्चों के लिए क्विज, ऐपण, पेंटिंग और कविता पाठ प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि पहले दिन यानी 5 अक्टूबर को कई स्कूलों में साहसिक पर्यटन, लोक कला, चित्रकला, अभिनय आदि विषयों पर “कैरियर काउंसलिंग सत्र” का आयोजन किया जाएगा. अगले दिन 6 अक्टूबर को साहित्यिक सत्र, प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा. जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जायेगा तथा 7 अक्टूबर को सुबह में नेचर वॉक एवं दिन में साहित्यिक सत्र का आयोजन किया जायेगा. उन्होंने बताया कि यह पुस्तक महोत्सव ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में आयोजित किया जा रहा है।