उत्तराखंड में आज मौसम राहत देता नजर नहीं आ रहा है। राज्य के कई जिलों जैसे देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, अल्मोडा, नैनीताल और पिथौरागढ़ में भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ की ऊंची चोटियों के देखी मौसम की पहली बर्फबारी
अन्य जिलों में भी हल्की बारिश हो सकती है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी। उत्तराखंड में भले ही मानसून विदाई के करीब है, लेकिन लोगों को खूब परेशान कर रहा है। यहां एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है।
हिमालय की ऊंची चोटियों पर बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी हो चुकी है, जिससे आसपास के इलाकों में ठंड बढ़ गई है। निचले इलाकों में भी ठंड लौट आई है और लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
मैदानी इलाकों में लगातार बारिश के बाद जलभराव की समस्या पैदा हो गई है और लोग परेशान हैं। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। देर रात मसूरी में भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे 707ए बंद हो गया।
हाईवे बंद होने से दर्जनों गाड़ियां रास्ते में फंसी हुई हैं। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। हाईवे खोलने के लिए दो जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार बंगाल की खाड़ी में कोई मजबूत सिस्टम नहीं बना। जिसके कारण राज्य में बारिश कम हो गयी। इस बार मानसून के देर से विदा होने की संभावना है, इसलिए सितंबर में राज्य के अधिकांश जिलों में कई दौर की बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश से 30 सितंबर को मानसून विदा हो जाता है, लेकिन इस बार यह अक्टूबर के पहले सप्ताह में विदा हो सकता है। इस साल राज्य में मानसून पांच दिन की देरी से आया था।