इस बार जब भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था. दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन की छुट्टियों का दिल्लीवासियों ने भरपूर फायदा उठाया है. यह स्थिति तब है जब दिल्ली का अधिकांश क्षेत्र जी-20 के कारण बंद है। जिसके चलते दिल्ली के लोगों ने विभिन्न हिल स्टेशन की ओर रुख किया, जिसमें उनकी पहली पसंद उत्तराखंड के पर्यटन स्थल थे। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने जी-20 के चलते 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली में छुट्टी का ऐलान किया था।
2 दिन की छुटी मिलते ही उत्तराखंड की और बढ़े पर्यटक
इसके बाद लोग देहरादून समेत मसूरी और चकराता के पर्यटक स्थलों की ओर रुख करने लगे। इसके चलते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है और मसूरी के 80 से 90 फीसदी होटल भरे हुए हैं. आपको बता दें कि शनिवार को देहरादून के माल देवता, गुच्चुपानी, सहस्त्रधारा और मालसी चिड़ियाघर में भारी भीड़ देखने को मिली, हिल स्टेशन चकराता भी पर्यटकों के लिए आरामगाह बन रहा है।
गुच्चुपानी के पर्यटन व्यवसायी राजीव गुरुंग का कहना है कि पिछले शुक्रवार और शनिवार को अच्छी संख्या में पर्यटक आने से अच्छा कारोबार हुआ है। बारिश के कारण दो माह से उनका काम धीमा चल रहा था।
उधर, दिल्ली में छुट्टियों के चलते कुमाऊं क्षेत्र में भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सरोवर नगरी नैनीताल भी पर्यटकों से गुलजार है। हालात ये हैं कि नैनीताल के होटलों में जगह नहीं है। जिससे कारोबारियों के चेहरे पर खुशी की लहर है। उनका कहना है कि दिल्ली में चल रही जी-20 बैठक के कारण हजारों पर्यटक उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं।
पर्यटक तीन दिन की छुट्टियों का आनंद लेने के लिए मसूरी आए थे। रविवार को जब पर्यटकों की वापसी शुरू हुई तो देहरादून से मसूरी तक जाम लग गया। दिन भर वाहन रेंग-रेंग कर आगे बढ़े। शहर में जाम की समस्या को देखते हुए पुलिस ने कैंट से किमाड़ी बाईपास का इस्तेमाल किया, लेकिन यह मार्ग भी पूरी तरह से पैक था।